3 जनवरी, 2011
नई दिल्ली। अमर उजाला के निदेशक अतुल माहेश्वरी का आज निधन हो गया. उनकी तबीयत खराब होने के बाद उन्हें कुछ दिन पहले गुड़गांव के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां हालत ज्यादा बिगड़ गई. डाक्टरों के अथक प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका. उनके निधन से पूरे मीडिया जगत में कोहराम मचा हुआ है. किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि अतुल माहेश्वरी अब उनके बीच नहीं रहे.
जानकारी के अनुसार अतुल को एक साल पहले पेट में तकलीफ हुई थी. इन्होंने इसकी जांच फोर्टिस में कराई. कई जांच के बाद डाक्टरों ने पाया कि इनकी आंत में परेशानी हैं. इस बीमारी को दूर करने के लिए डाक्टरों ने पहले तो दवा दी, लेकिन जब इसमें सुधार नहीं दिखा तो अतुल को ऑपरेशन कराने की की सलाह दी गई. जांच में डाक्टरों ने पाया कि इन्हें इंटेस्टाइन है.
फोर्टिज के डॉक्टरों ने एक साल पहले अतुल के इंटेस्टाइन का ऑपरेशन किया था. ऑपरेशन सफल रहा. कई दिन अस्पताल में डॉक्टरों ने इन्हें अपने सुपरविजन में रखा. पूरी तरह आराम मिलने के बाद इन्हें डिसचार्ज कर दिया गया था. इसके बाद इनकी तकलीफ काफी कम हो गई थी. इधर कुछ दिनों से अतुल की परेशानी फिर बढ़ गई.
जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी. लगभग एह सप्ताह पूर्व अतुल फिर गुडगांव के फोर्टिज में भर्ती हो गए. वहां इनका इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि जांच में पाया गया कि आंत का घाव अभी पूरी तरह से सूखा नहीं है. कल उनकी तबीयत अचानक काफी बिगड़ गई.
बताया जा रहा है कि इसके बाद वे कोमा में चले गए थे तथा हालत काफी गंभीर हो गई थी. डाक्टरों ने उन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी. दोपहर में उनका निधन हो गया. कहा जा रहा है कि इंटेस्टाइन के अलावा उनके आंत में कैंसर भी फैल गया था. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उनका निधन आंत के घाव के चलते हुआ अथवा कैंसर से अथवा किसी और वजह से हुआ है.
अतुल माहेश्वरी के निधन का समाचार सुनते ही उनके शुभचिंतकों तथा अमर उजाला परिवार में शोक व्याप्त हो गया है. सहसा कोई विश्वास करने को तैयार नहीं था कि अतुल अब उनके बीच नहीं रहे. उनके निधन पर पत्रकार, बुद्धिजीवी, राजनेता सहित काफी लोगों ने दुख जताया है तथा उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
साभार भड़ासफॉरमीडियाडॉटकॉम